दुबई में भारत का परचम: डॉ. योगेन्द्र पुरोहित को अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड और ‘ऑनरेरी डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि

चिकित्सा क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए डॉ. योगेन्द्र पुरोहित को दुबई में ग्लोबल आइकॉनिक अचीवर अवॉर्ड और ऑनरेरी डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि मिली।

दुबई में भारत का परचम: डॉ. योगेन्द्र पुरोहित को अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड और ‘ऑनरेरी डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि
दुबई में भारत का परचम: डॉ. योगेन्द्र पुरोहित को अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड और ‘ऑनरेरी डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि

दुबई | भारत ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने गौरव को स्थापित किया है। सुप्रसिद्ध चिकित्सक और समाजसेवी डॉ. योगेन्द्र पुरोहित को दुबई में आयोजित एक भव्य अंतरराष्ट्रीय समारोह में “ग्लोबल आइकॉनिक अचीवर अवॉर्ड 2025” से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें चिकित्सा और डिटॉक्स के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय योगदान और समाज के प्रति उनके निःस्वार्थ समर्पण के लिए प्रदान किया गया। यह समारोह दुबई के प्रतिष्ठित Atlantis The Palm होटल में आयोजित हुआ, जिसमें विश्व भर से आए कई देशों के विशिष्ट जनों, वैज्ञानिकों, चिकित्सा विशेषज्ञों और समाजसेवियों ने भाग लिया। 

इस अवॉर्ड समारोह का आयोजन अमेरिका की इंटरनेशनल काउंसिल फॉर एक्सीलेंस इन हेल्थकेयर और अमेरिका की सिडरब्रुक यूनिवर्सिटी के द्वारा किया गया, जो वैश्विक स्तर पर उत्कृष्टता के मानकों को पहचानता है। डॉ. योगेन्द्र पुरोहित को यह सम्मान उनके द्वारा वर्षों से डिटॉक्स के क्षेत्र में की गई नई खोजों, जनमानस के लिए चलाई गई स्वास्थ्य जागरूकता मुहिमों और भारत, दुबई में किए गए स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए मिला है। उन्हें मंच पर ‘मानद डॉक्टर ऑफ साइंस’ (Honorary Doctor of Science) की उपाधि से भी विभूषित किया गया। सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. पुरोहित ने कहा, “यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं, बल्कि उन सभी रोगियों का है जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया। मैं इस सम्मान को अपने देश, अपने परिवार, और अपनी चिकित्सा टीम को समर्पित करता हूँ।” उन्होंने आगे यह भी कहा कि उनका उद्देश्य हर व्यक्ति तक सस्ती, सरल और प्रभावी चिकित्सा के क्षेत्र में डिटॉक्स सेवाएं पहुँचाना है, जिस से रोगी बिना ओषधि के स्वस्थ हो सके । 

 इस अवसर पर भारत के कई गणमान्य अतिथियों ने डॉ. पुरोहित को बधाई संदेश भेजे और कहा कि यह सम्मान भारत के लिए गर्व का क्षण है। सोशल मीडिया पर भी उनके सम्मान में लाखों लोगों ने शुभकामनाएं भेजीं। डॉ. योगेन्द्र पुरोहित का यह सम्मान युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है कि समर्पण, सेवा भावना और मेहनत से विश्व के किसी भी कोने में भारत का परचम लहराया जा सकता है।